कुंडली में धन भाव व सुख भाव विचार

जन्म कुंडली में धन भाव का विचार पापाः सर्वे धनस्थाने धनहानिकरा मताः । अन्यैः सौम्यैः शुभं सर्वमृद्धिवृद्धिधनादिकम् ॥द्वितीय भाव में सब पापग्रह हों तो दरिद्र बनाता है और यदि द्वितीय भाव में सब शुभग्रह हों तो धन-धान्य की वृद्धि करते हैं। कुराश्चतुर्ष केन्द्रेषु तथा क्रूरा धनेऽपि च । दरिद्रयोगं जानीयात्स्वपक्षस्य भयङ्करः ॥२॥क्रूरग्रह केन्द्र में हों … Read more

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