साधारण नवरात्रि पूजन विधि
नवरात्रि में नवदुर्गा पूजन विधि नवरात्र का पहला दिन माता शैलपुत्री की आराधना से शुरू होती है। मां दुर्गा अपने […]
Rituals
नवरात्रि में नवदुर्गा पूजन विधि नवरात्र का पहला दिन माता शैलपुत्री की आराधना से शुरू होती है। मां दुर्गा अपने […]
हमारे युवकों की दशा एक यात्री दूर देश में व्यापार करने के लिए जाता है। मार्ग में निर्जन और बीहड़
ब्रह्मचर्य क्या है ? ब्रह्मचर्य क्या है ? जब तक इसे ठीक-ठीक न समझ लिया जाये तब तक इससे पूर्ण
वेदोक्त मन्त्र के शब्द की शक्ति महामृत्युंज मंत्र की शक्ति व हर एक अक्षर का अर्थ जिसको जानना आवश्यक हे
महामृत्युञ्जय स्तुति स्तोत्र की ही भाँति स्तुति का गायन किया जाता है। इस स्तुति के जप से आई हुई मृत्यु
महामृत्युञ्जय जप विधि कृत नित्यक्रियो जपकर्ता स्वासने प्राङ्मुख उदङ्मुखो वा उपविश्य धृत रुद्राक्षभस्मत्रिपुण्डः आचम्य। प्राणानायम्य। जप करने वाला अपने आसन
कनक धारा स्तोत्र पाठ से घर व व्यापार में लक्ष्मी जी की कभी कमी नहीं होती हे।इस स्तोत्र को आदिशंकराचार्य
बगला मुखी उपासना शत्रुनाशक है तो लक्ष्मी प्राप्तिकारक भी रोग स्तभन में मृत्युञ्जय के साथ इसका प्रयोग भी करना चाहिये
पेड़ की जड़ों द्वारा ग्रह पीडा निवारण अशुभ फल देने वाले ग्रहों को अपने पक्ष में करने के लिए कई
यज्ञ अनुष्ठान पूजा आदि धार्मिक कार्यों के लिए । भगवान के स्वरूप और उन्हें बैठने का स्थान देने के लिए