कभी कभी आचार्यों के बीच एक प्रश्न आता हे कि शिव परिवार प्रतिष्ठा में गणपति जी मा गोरी के वाम भाग में विराजित होंगे या फिर दक्षिण भाग में ।
यह प्रश्न इसलिए भी चर्चा का विषय हे क्यों कि भिन्न भिन्न शिव मंदिरों में गणपति कही वाम भाग में तो कही दक्षिण भाग में विराजित हे ।
इसी प्रश्न को लेकर मेरे मन में जो जिज्ञासा उत्पन्न हुई उसी के अनुरूप मैने शास्त्रों में खोजना की ओर जो उत्तर मुझे मिला उसे में आप सभी विद्वानों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हु ।
Shive Mandir Me Ganpati Ka Sthan kis jagah he
शिव पुराण तथा प्रतिष्ठा मोक्तिकम के अनुसार गणपति जी हमेशा जलाधारी के सामने ही बैठते हे ।
जलाधारी हमेशा उत्तर दिशा की तरफ ही होती हे , जहां से शिव जी के अभिषेक या स्नान का जल बहता हुआ बाहर की तरफ प्रवाहित होता हे ।
अब बात आती हे मां गोरी के वाम भाग या दक्षिण भाग की तो उसका निर्णय विद्वानों को मंदिर के मुख्य द्वार से करना चाहिए ।
Shive parivar pratistha me ganpati kaha virajit honge
जैसे मंदिर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा में हे तो गणपति मां गोरी के वाम भाग में विराजित होंगे ।
ओर यदि मंदिर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में होगा तो गणपति मां गोरी के दक्षिण भाग में विराजित होंगे ।
Shive Mandir Me Ganpati Ka Sthan kis jagah he
ओर गणपति जिस स्थान पर विराजित हे उसकी दूसरी तरफ श्री कार्तिकेय जी ( स्कंद )विराजित होंगे ।
मेरे विचार से सभी विद्वत जानो को मेरी बात समझ आ गई होगी ।
फिर भी यदि किसी के मन में कोई प्रश्न हे तो वो मुझसे comment करके पूछ सकता हे , यथा योग्य उतर देने का प्रयास करूंगा ।
श्री रस्तु शुभम्
