वशीकरण विद्या
प्राचिन समय से ही गुप्त तंत्र मंत्र व विद्याएं प्रचलित है। पर दुर्भाग्य वश कलयुग में समय के साथ-साथ ये सब लुप्त होति जा रही है।
उनमें से एक विषय वशीकरण का भी है, यह प्रयोग अत्यंत प्रभावशालि होते है।
जो इस बात से सिद्ध होता है कि जो मंत्र बने हुए है, वो राजाओं तक को वश में करने कि सामर्थ्य रखते हे।
यह बात सत्य है कि इनका निजी स्वार्थ व अनुचित प्रयोग करने पर यह विनाशकारि परिणाम देते हैं।
NOTE :- सभी पाठकों से एक अनुरोध है, कि हमेशा किसी भी पोस्ट को अंत तक पढ़ें ताकि आप का कोई भी कर्म अधुरा नाहीं रहे, व आपका जान भी अधुरा न रहें।
वशिकरण एक बहुत बड़ा विषय है उतनी जानकारी एक पोस्ट में नाहें आ सकती अभी में कुछ अनुभुत व सरल वृशिकरण प्रयोग लिख रहा हूँ। तव्या समय-समय पर सभी प्रकार के प्रयोग आप सभी तक पहुंचाने प्रयत्न करूंगा।
आप सभी से अनुरोध है कि अगर आप को मेरी टिम द्वारों खोज कर लिखी गई जानकारी उपयोगी लगे तो कृप्या पोस्ट को शेयर करें।
वशीकरण मंत्र :–
1) यह मन्त्र बहुत सरल है और इसमें किसी भी प्रकार की जटिल साधना की भी आवश्यकता नहीं होती। इस मन्त्र को वर्ष में केवल एक बार सूर्य ग्रहण के अवसर पर जप कर सिद्धि कर लें। इसके बाद किसी भी वस्तु पर ३१ बार पढ़कर खिला दें। वह व्यक्ति वश में हो जायेगा। मन्त्र इस प्रकार है-
‘दुहाई बाबा हनुमान की दुहाई, मरघट वाली की दुहाई, चौंगान वाली की दुहाई, मुरदे खाने वाली की दुहाई, सैय्यद बादशाह की दुहाई, ला इलाही लिल्लाह मोहम्मद उर रसूल लिल्लाह दुहाई पवन की दुहाई, पाँचों पीरों की दुहाई, बावरी की मीरा साहिबा की दुहाई, कालका माई की दुहाई, नगर कोटवाली की दुहाई, बाबा बालकनाथ की दुहाई, गुरु गोरखनाथ की दुहाई, अलसिया बाबा की दुहाई, मरघट वाली की दुहाई, भैरों काली की दुहाई, बंगाली बाबा की दुहाई, पहलवान की दुहाई।’
2) ग्रहण अथवा दीपावली की रात निम्न मंत्र को ११००० बार जप कर सिद्ध कर लें। जब भी आप किसी को अपने वश में करना चाहें तो उसे कोई भी मीठी वस्तु निम्न मंत्र से अभिमंत्रित करके खिला दें। वह वश में होगा।
मंत्र इस प्रकार है-
ओं कां हां हूँ ‘अमुक’ सुपुत्र अमुक ।’ (अमुक के स्थान पर इच्छित व्यक्ति का नाम ले )
3) शनिवार के दिन यह सब वस्तुएँ एकत्रित कर लो। उस पर निम्न मन्त्र का १०८ बार जाप कर लो। मन्त्र इस प्रकार है-
‘ओं ह्रीं श्रीं क्लीं मम वांछित देही देही स्वाहा।’
इसके बाद एकत्रित कर अभिमन्त्रित कर अभिमन्त्रित की गई वस्तुओं को तवे पर फूँक लें और रविवार को जिसको वश में करना है उसे किसी भी वस्तु में लेकर लिख दें, वशीकरण होगा।
वशीकरण तन्त्र:–
प्रायः मेरे अनुभव में ऐसे स्त्री-पुरुष नवयुवक और नवयुवतियाँ आती हैं जो आपस में झगड़े मन-मुटाव को लेकर काफी चिन्तित और परेशान रहती हैं। इस बात का सबसे दिलचस्प भाग यह है कि वह स्वयं झगड़े या मन मुटाव का कारण नहीं बता पाते। वह केवल इतना ही कहते हैं, कि बस हम आमने-सामने बैठे कि झगड़ा शुरू। ऐसे व्यक्तियों के लिए मैं नीचे एक अनुभूत सरल तांत्रिक टोटका लिख रहा हूँ। लाभ उठावें।
वशीकरण मंत्र प्रयोग व उपाय
शनिवार की रात ७ फूलदार लौंग ले आओ। उस पर २१ बार जिस व्यक्ति को वश में करना है उसका नाम लो और केवल हर रविार एक लवंग आग में भस्म करते रहो यह क्रिया ७ रविवार तक करनी है। इस क्रिया को मासिक धर्म के मध्य न करें अन्यथा हानि हो सकती है।
पति वशीकरण हेतु:–
अगर आपका पति किसी अन्य स्त्री के छलावे में आ गया है और आपकी बात बिल्कुल नहीं मानता तो इस टोटके को करें। वह पराई स्त्री का साथ छोड़ देगा।
वशीकरण मंत्र प्रयोग व उपाय
रविवार के दिन घर में गूगल जलायें और पति को अपने सिर के बाल भस्म करके खिला दें। वह पर-स्त्री का साथ छोड़ देगा। यह प्रयोग मेरा अनेक बार परिक्षित है।
किसी को भी वशीकरण करने के लिए:–
यह मन्त्र भाग्यवश मुझे एक वृद्ध सात्विक प्रकृति के साधु ने दिया था। इसका प्रयोग मैंने कई स्थानों पर किया और शत-प्रतिशत ठीक पाया।
सर्वप्रथम आप घोड़े के २७ दाँतों का प्रबन्ध करें। इसके बाद इन दाँतों को घोड़े के बालों में ही पिरोकर एक माला बना लें। अब आप किसी भी प्रातः से पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जायें और निम्न मन्त्र का जाप श्रद्धापूर्वक करें। मन्त्र इस प्रकार है-
“ओं नमो भगवते रूद्राय कालदंष्ट्राय ‘अमुक’
सकुटुम्ब शीघ्र मोहन हुं फट स्वाहा।”
इस मन्त्र की जप संख्या कम से कम ११०१ है। इतना करने के पश्चात प्रभावी होता हे।
प्रेमिका का वशीकरण हेतु:–
अगर कोई युवक सच्चे मन से किसी को चाहता है या कोई युवती किसी को सच्चे मन से प्रेम करती है तो निम्न मन्त्र का प्रयोग करें। सर्वप्रथम मैं मन्त्र दे रहा हूँ। मन्त्र इस प्रकार है-
ओं कामेश्वर ‘प्रेमिका/प्रेमी का पूरा नाम’ आनय आनय वशन्ता क्लीं।
इस मन्त्र का अंग्रेजी अनुवाद इस प्रकार है-
Om Kameshwer bring such and such a women under subjection to me.
पाठक इस बात का विशेष ध्यान रखें। मन्त्र प्रारम्भ करने से पूर्व ऊपर की अंग्रेजी प्रार्थना अवश्य करनी है। इसका क्या औचित्य है? यह क्यों करनी है ? यह ध्येय गुप्त ही रखा गया है। सत्य तो यह है इसे मैं भी नहीं जानता।
इस उपरोक्त मन्त्र का ३२ दिन तक नियम से पालन करें। जब यह सिद्ध होकर प्रभावी हो जाये तो कोई भी वस्तु इस मन्त्र द्वारा अभिमन्त्रित करके खिला दें। तुरन्त प्रभाव होगा। इस मन्त्र का दुरुपयोग करना या किसी के जीवन खिलवाड़ करना वर्जित बताया गया है। इस बात का ध्यान रखें।
वशीकरण:–
जिस व्यक्ति को वश में करना है, वह व्यक्ति जब भी घर में आवे उसके पाँव का जो भी जूता स्वयं उल्टा हो गया हो। उसे चुपचाप उठा लें। उसके बराबर आटा तोल लें। अब उस की रोटी बनाकर उसे खिला दें तुरन्त वशीकरण होगा। इस क्रिया को गुप्त रखें। यह क्रिया रविवार के दिन अधिक प्रभावी रहती है।
वशीकरण प्रयोग
अक्सर ऐसा होता है कि कोई व्यक्ति हमें प्रिय है, पर वह हमारी ओर आकर्षित ही नहीं होता है। उपेक्षा का भाव रखता है। ऐसे व्यक्ति को अपने आकर्षण में बाँधने के लिए लाल चन्दन घिसकर दाहिने हाथ की तर्जनी से उसका नाम भोजपत्र या पीपल के सूखे पत्ते पर लिख लें। उनके सूख जाने पर, उसे पीस कर जितने अक्षर उसके नाम में हों, उतनी गोलियाँ बनाकर लाल सूती कपड़े में रख लें और तीन रात सिरहाने रखकर सोयें। चौथी रात उन्हें उसके निवास के सामने फेंक दें। उपेक्षा करने वाले व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ जायेगा। यह मेरा अनुभूत प्रयोग है।
फिलहाल पोस्ट में जो संभव था लिख दिया हे , आगे भी इसी तरह की इंट्रेस्टिंग पोस्ट्स के लिए बने रहिए हमारे साथ ओर पोस्ट को शेयर करना न भूले।
श्री रस्तू शुभम्