लक्ष्मी प्राप्ति का स्तोत्र व यंत्र

श्री प्राप्ति तथा लक्ष्मी प्राप्ति का यन्त्र इस सूक्त का पाठ करने से लक्ष्मी, तेजस्विता, आयु, आरोग्य आदि सभी तथा पवित्रता एवं गौरवशाली वस्तुएँ आदि की वृद्धि करती हैं। और धन-धान्य, सुपुत्र लाभ तथा सौ वर्ष तक की दीर्घ आयु इसके जप मात्र से ही मिल जाया करती हैं। इस यन्त्र को भोजपत्र पर, चाँदी … Read more

विभिन्न रोगों के आयुर्वेदिक इलाज

विभिन्न रोगों के आयुर्वेदिक इलाज १. अरहर के पत्तों का अर्क पिलाने से अफीम का नशा कम हो जाता है या दूध घी पिलाएँ। २. अरहर की दाल (५० ग्राम) को पानी में उबालकर उसका पानी पिलाने से भांग का नशा उतर जाता है। ३. अगर आपने आम ज्यादा खा लिये हों तो ऊपर से … Read more

राशियों के मंत्रों का प्रयोग व राशि के इष्ट देव

राशियों के मांत्रिक प्रयोगआज हम बात करेंगे अपनी अपनी जन्म राशि से अपने इष्टदेव का पता लगाना और उनके मंत्र जप का ।यह मंत्र अगर आप रोज नियम से व सच्ची श्रद्धा से जप करेंगे तो सवा लाख मंत्र पूरे होते ही आप स्वयं अपनी लाइफ में चेंजेज देखने लगेंगे।मंत्र का जप पूरा करना आप … Read more

रुद्राक्ष के प्रकार देवता व मंत्र

रुद्राक्ष के प्रकार देवता व मंत्र ‘रुद्राक्ष’ वनस्पति-जगत में उपयोगी पदार्थ है। यह एक फल की गुठली है।इसकी उत्पत्ति मलाया, इण्डोनेशिया, वर्मा, नेपाल आदि पूर्वी देशों में अधिक होती हैं।वैसे भारत में भी कहीं-कहीं इसके वृक्ष पाये जाते हैं। ‘रुद्राक्ष’ को शिव जी के ‘नेत्र’ से उत्पन्न माना जाता है।शायद इसीलिए ही इसका नामकरण ‘रुद्राक्ष’ … Read more

नवग्रह शांति के उपाय

नवग्रह शांति के उपाय ग्राहो के अनिष्ट से बचने के उपाय। प्राय देखा गया हे कि ग्रहों के अनिष्टकारी परिणाम मनुष्य को संकट में डाल देते हे।इसीलिए इनकी शांति के साधन वर्णित हे ।प्रत्येक गृह के कुपित होने पर मंत्र जप व उपाय का विधान हे।परंतु उपाय कठिन होने पर सर्व सामान्य जन उन उपायों … Read more

व्यापार में वृद्धि व उन्नति के सटीक उपाय

व्यापार में वृद्धि व उन्नति के सटीक उपाय व्यापार में वृद्धि व उन्नति के लिए सटीक प्रयोगजीवन यापन के लिए प्रत्येक मनुष्य को कुछ न कुछ उद्यम करना ही पड़ता है। हर मनुष्य के लिए यह अनिवार्य क्रिया है। संसार के अन्य प्राणियों की अपेक्षा मनुष्य का संसार कुछ और ही प्रकार का है। संसार … Read more

नवनिर्मित मकान में खुशहाली व धन लाभ के लिए उपाय

नवनिर्मित मकान में खुशहाली व धन लाभ के लिए उपाय नवनिर्मित मकान में खुशहाली व धन लाभ के लिए उपायमेरे स्वयं के सामने इसे कई व्यक्ति आए हे, जो नया मकान या नई दुकान करके परेशानी में आ जाते हे ।इसका मुख्य कारण या तो मकान सही मुहूर्त पर नहीं बना या मुहूर्त सही तरीके … Read more

केतु का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव

केतु का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव द्वादशभावस्थ केतु फल तनुस्थः शिखी बान्धवक्लेशकर्ता तथा दुर्जनेभ्यो भयं व्याकुलत्वम् । कलत्रादिचिन्ता सदोद्वेगिता च शरीरे व्यथा नैकधा मारुती स्यात् ॥१॥ जन्म समय में लग्न का केतु हो तो वह मनुष्य बन्धुओं को क्लेश देनेवाला, दुर्जनों से भय, व्याकुलता, स्त्री-पुत्रादि की चिन्ता, व्यग्रता तथा शरीर में अनेक प्रकार … Read more

राहु का कुंडली के बारह भावों पर अलग अलग प्रभाव

राहु का कुंडली के बारह भावों पर अलग अलग प्रभाव द्वादशभावस्थ राहु फल रोगी सदा देवरिपौ तनुस्थे कुले च मुख्यो बहुजल्पशीलः । रक्तेक्षणः क्रोधपरः कुकर्मरतः सदा साहसकर्मदक्षः ॥१॥ राहु यदि लग्न में हो तो जातक रोगी, अपने कुल में मुख्य, व्यर्थ बहुत बोलनेवाला, लालनेत्र, क्रोधी, कुकर्मी और साहसी होता है।।१।। राहौ धनस्थे कृतचौरवृत्तिः सदावलिप्तो बहुदुःखभागी … Read more

शनि ग्रह का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव

शनि ग्रह का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव द्वादशभावस्थ शनि फल सततमल्पगतिर्मदपीडितस्तपनजे तनुगे खलु चाऽधमः । भवति हीनकचः कृशविग्रहो मितसुहृद्रिपुसद्मनि मानवः ॥१॥ जन्म समय लग्न में शनि हो तो जातक मन्द गति, मद से पीड़ित, नीच सुप्रकृति, अल्प केशवाला, दुर्बल शरीर होता है। यदि शनि अपने शत्रु की राशि में हो तो थोड़े मित्र … Read more

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