राशियों के मंत्रों का प्रयोग व राशि के इष्ट देव

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  • राशियों के मंत्रों का प्रयोग व राशि के इष्ट देव

राशियों के मांत्रिक प्रयोग
आज हम बात करेंगे अपनी अपनी जन्म राशि से अपने इष्टदेव का पता लगाना और उनके मंत्र जप का ।
यह मंत्र अगर आप रोज नियम से व सच्ची श्रद्धा से जप करेंगे तो सवा लाख मंत्र पूरे होते ही आप स्वयं अपनी लाइफ में चेंजेज देखने लगेंगे।
मंत्र का जप पूरा करना आप के ऊपर डिपेंड हे कि आप कितने दिन में ये मंत्र पूरा जपते हे ।
मंत्र पूरा होने के बाद एक बार ब्राह्मण भोजन व कन्या भोजन अवश्य करवा दे।

प्रत्येक व्यक्ति को अपनी-अपनी राशि के अनुसार अपने राशि के इष्टदेव के सामने अपने राशि के मन्त्र का सवा लाख जप करने से सभी प्रकार के सुख-समृद्धि और शान्ति की प्राप्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है-

. मेष राशि का मंत्र :
ॐ ह्रीं श्रींलक्ष्मीनारायण नमः।
या
ॐऐं क्लीम् सौः ।

२. वृष राशि का मंत्र :
ॐ गोपालाय उत्तरध्वजाय नमः।
या
ॐऐं क्लीम् श्रीं।

३. मिथुन राशि का मंत्र :
ॐक्लीं कृष्णाय नमः
या
ॐ क्लीं ऐं सौः ।

४. कर्क राशि का मंत्र :
ॐ हिरण्यगर्भाय अव्यक्त रूपिणे नमः।
या
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं।

५. सिंह राशि का मंत्र
ॐ क्लीं ब्राह्मणे जगधाराय नमः।
या
ॐ हीं श्रीं सो: ।

६.कन्या राशि का मंत्र
ॐ नमो प्रीं पीताम्बराय नमः ।
या
ॐ क्लीम् ऐं सौः ।

७. तुला राशि का मंत्र
ॐ तत्वनिरंजनाय तारकरामाय नमः ।
या
ॐ ऐं क्लीम् श्रीं।

८. वृश्चिक राशि का मंत्र
ॐ नारायण सुरसिंहाय नमः ।
या
ॐ ऐं क्लीम् सौः ।

. धनु राशि का मंत्र
ॐ श्रीं देवकृष्णाय उर्ध्वषंताय नमः ।
या
ॐ ऐं क्लीं सौः ।

१०. मकर राशि का मंत्र
ॐ श्रीं वत्सलाय नमः ।
या
ॐ ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं सौः ।

११. कुम्भ राशि का मंत्र
ॐ श्री उपेन्द्राय अच्युताय नमः ।
या
ॐ हीं ऐं क्लीं श्रीं।

१२. मीन राशि का मंत्र
ॐ क्लीं उद्धृताय उद्घारिणी नमः ।
या
ॐ ह्रीं क्लीम् सौः ।

श्री रस्तू शुभम्

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