रुद्राक्ष के प्रकार देवता व मंत्र
रुद्राक्ष के प्रकार देवता व मंत्र ‘रुद्राक्ष’ वनस्पति-जगत में उपयोगी पदार्थ है। यह एक फल की गुठली है।इसकी उत्पत्ति मलाया, […]
रुद्राक्ष के प्रकार देवता व मंत्र ‘रुद्राक्ष’ वनस्पति-जगत में उपयोगी पदार्थ है। यह एक फल की गुठली है।इसकी उत्पत्ति मलाया, […]
नवग्रह शांति के उपाय ग्राहो के अनिष्ट से बचने के उपाय। प्राय देखा गया हे कि ग्रहों के अनिष्टकारी परिणाम
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नवनिर्मित मकान में खुशहाली व धन लाभ के लिए उपाय नवनिर्मित मकान में खुशहाली व धन लाभ के लिए उपायमेरे
केतु का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव द्वादशभावस्थ केतु फल तनुस्थः शिखी बान्धवक्लेशकर्ता तथा दुर्जनेभ्यो भयं व्याकुलत्वम् । कलत्रादिचिन्ता
राहु का कुंडली के बारह भावों पर अलग अलग प्रभाव द्वादशभावस्थ राहु फल रोगी सदा देवरिपौ तनुस्थे कुले च मुख्यो
शनि ग्रह का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव द्वादशभावस्थ शनि फल सततमल्पगतिर्मदपीडितस्तपनजे तनुगे खलु चाऽधमः । भवति हीनकचः कृशविग्रहो
शुक्र का बारह भावों पर प्रभाव द्वादशभावस्थ शुक्र फल जनुषि लग्नगते भृगुनन्दने भवति कार्यरतः परपण्डितः । विमलशिल्पयुते सदने रतो भवति
बृहस्पति ग्रह का कुंडली पर शुभ अशुभ प्रभाव विविधवस्त्रविपूर्णकलेवरः कनकरत्वधना है प्रियदर्शनः । वित्तिविंशजनस्य च वल्लभो भवति देवगुरौ तनुगे नरः
बुध ग्रह का कुंडली के बारह भावों पर प्रभाव 1)लग्न में बुध हो तो सुन्दर रूप, हृदय दुष्ट किन्तु सुबुद्धि,